केरान पोलार्ड को मुंबई इंडियंस ने अपनी टीम में शामिल करने के लिए साढे सात करोड रूपयों का दांव खेला था। पोलार्ड की कीमत जितनी उंची थी उतनी ही उम्मीदें भी मुंबई इंडियंस को भी उनसे थी। वेस्टइंडीज का यह धाकड बल्लेबाज अब तक उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रहा था। डेल्ही डेयरडेविल्स के खिलाफ मुकाबले तक वह ब्रावो, केमोर रोश सहित वेस्टइंडीज खिलाडियों की उस सूची में शामिल थे जो आईपीएल में उम्मीदों के दबाव नहीं झेल पा रहे थे। डेल्ही के खिलाफ मुकाबले में जब पोलार्ड बल्लेबाजी के लिए उतरे उस वक्त मुंबई इंडियंस का शीर्षक्रम 100 रनों के भीतर पैवेलियन लौट चुका था। पोलार्ड के फार्म को देखते हुए गंभीर एक छोटा सा लक्ष्य मिलने की उम्मीद कर रहे होंगे। पोलार्ड ने यही गंभीर के रंग में भंग डाला। पांच छक्के और दो चौको की मदद से उन्होंने मुंबई इंडियंस का स्कोर 183 रनों तक पहुंचा दिया।
पोलार्ड की बदौलत मुंबई ने अंतिम पांच ओवरों में 73 रन जोडे। उनकी इस पारी से चैंपियन ट्राफी की पारी याद ताजा हो गई। इसी पारी की वजह से पोलार्ड ने आईपीएल में इतनी बडी कीमत पाई थी। बल्लेबाजी के बाद भी पोलार्ड का जलवा रूका नहीं। बल्कि गेदबाजी और फील्डिंग में उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा। कॉलिंगवुड और सहवाग को रन आउट करना हो या सीमा रेखा पर चपल क्षेत्ररक्षण डेल्ही की हर उम्मीद पोलार्ड से टकरा कर चूर चूर हो गई। इन सबके उपर चार ओवरों में उन्होंने महज 15 रन दिए। बल्लेबाजी और फील्डिंग के बाद कसावट भरी गेंदबाजी सोने पर सुहागा साबित हुई।
मुंबई के लिए सचिन, रायडू और सौरभ तिवारी ने छोटी छोटी लेकिन आकर्षक पारियां खेली। इनके अलावा दक्षिण अफ्रीकी खिलाडी जेपी ड्यूमिनी ने भी पोलार्ड का साथ बखूबी निभाया। ड्यूमिनी को शुरूआती मुकाबलों में मौका नहीं मिला था। अब वही ड्यूमिनी टीम के मध्यक्रम के जरूरत बन गए है। ब्रावो की असफलता ने उन्हें आईपीएल में वापसी का मौका दिया। ब्रावो इस आईपीएल में अपनी छाप छोडने में नाकाम रहे है। गेंदबाजी में उन्हें जितने भी मौके मिले वह उम्मीदों पर ज्यादातर मौके पर खरे नहीं उतरे। इस मुकाबले में भी उन्होंने बेहद खराब गेंदबाजी की। बल्लेबाजी में भी पूरे सीजन उन्होंने निराश किया। सौरभ तिवारी और अंबाटी रायडू जैसे युवा खिलाडियों का प्रदर्शन ब्रावो से बेहतर रहा जबकि मुंबई इंडियस उन्हें गेंद और बल्ले दोनों से चमकने की उम्मीद कर रही थी।
टी20 वर्ल्ड कप के लिए आस्ट्रेलिया का ट्रंप कार्ड डेविड वार्नर होंगे, भारत की उम्मीदें सहवाग, गंभीर, कार्तिक पर रहेगी, डिवीलियर्स होगे दक्षिण अफ्रीका के आधार स्तंभ तो कॉलिंगवुड के ऑलराउंड प्रदर्शन पर रहेगा इंग्लैंड की संभावनाओं दारोमदार। ऐसे खिलाडियों की भरमार वाली डेल्ही डेयरडेविल्स के सारे दिग्गज मुंबई के आगे ढेर हो गए। कोई भी बल्लेबाज कमाल नहीं दिखा पाया। दिलहारा फर्नाडो को मुंबई नॉक आउट मुकाबले के पहले आजमा लेना चाहती है। डेल्ही के खिलाफ उन्होंने उम्मा गेंदबाजी की है और दो विकेट भी हासिल किए है। मुंबई के लिए उनका फार्म में होना गेंदबाजी में एक और विकल्प को बढाता है।
अंत में बात सचिन को मिली आरेंज कैप की। सचिन ने एक बार फिर जैक कैलिस को पीछे छोडते हुए आरेंज कैप हासिल कर ली है। सचिन लगातार मुंबई के लिए उम्दा पारी खेल रहे है। यहां भी उनकी तीस रनों की पारी के दौरान वह पूरी तरह टच में दिखे। सचिन यहां अच्छी शुरूआत को बडी पारी में नहीं बदल पाए हो लेकिन उन्होंने इतने रन जरूर जुटा लिए कि कैलिस को पीछे छोड दिया। हालांकि रनों को लेकर भले ही दोनों के बीच ज्यादा अंतर न हो लेकिन सचिन ने इसमें कोई शक नहीं कि अपनी टीम के लिए ज्यादा मैच विनिंग पारियां खेली है बनिस्बत जैक कैलिस के। यह बडा अंतर है और जो सचिन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का सबसे बडा दावेदार बनाता है।
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