मुंबई का ड्रीम रन

आईपीएल का यह तीसरा सीजन है और मुंबई इंडियन इस सीजन में आधा सफर पूरा करने की दहलीज पर खडी है। पहले दोनों सीजन में यह टीम उम्‍मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। इसके बावजूद टीम के ऑनर मुकेश अंबानी के चेहरे पर मुस्‍कुराहट हमेशा रहती है। टीम जीतें या हारें उनके चेहरे पर हमेशा एक साथ ही भाव नजर आता है। बिजनेस से लेकर क्रिकेट हर जगह वह बेहद सजींदा रहते है, लेकिन किंग्‍स इलेवन पर रोमांचक जीत ने उन्‍हें भी आंदोलित कर दिया। मुकेश अंबानी का यह रूप क्रिकेट मैदान पर तो पहली ही बार देखने को मिला।

संगकारा की गैर मौजूदगी में उतरी ये टीम साधारण बल्‍लेबाजी और साधारण गेंदबाजी के बावजूद यदि मुकाबले को अंत तक रोमांचित बनाने में कामयाब रही तो इसकी एकमेव वजह सचिन तेंदुलकर का जल्‍दी आउट होना रही। इस वजह से टीम के रनों की रफ्तार पर थोडे वक्‍त के लिए ब्रेक लग गया। मध्‍यक्रम में एक दो विकेट जल्‍दी‍ गिरने की वजह से लगा कि पंजाब की गाडी जीत की पटरी पर दौडने लगेगी। इस गाडी को बेपटरी होने में ज्‍यादा देर नहीं लगी। ब्रेट ली ने दिल खोलकर रन लुटाए तो सचिन का विकेट लेने वाले पीयूष चावला ने भी अपने खाते में रनों का अंबार लगाने में कोई कंजूसी नहीं दिखाई। जो मैच पंजाब आसानी से जीत सकती थी वह उसने तीन गेंदे शेष रहते हुए गंवा दिया।

पंजाब की किस्‍मत पर शायद ताला लग गया है। इस ताले की चाबी न तो टीम की मालकिन प्रिटी जिंटा को मिल रही है और नहीं कप्‍तान संगकारा को। शॉन मार्श की वापसी से टीम के एक मजबूत ओपनिंग बल्‍लेबाज मिला, लेकिन मध्‍यक्रम ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया। पंजाब का एक भी खिलाडी ऐसा नजर नहीं आता कि वह टीम के लिए क्रिकेट खेल रहा। प्रिटी के ये कागजी शेर गल्‍ली मोहल्‍लों में खेले जाने वाले सिंगल डबल विकेट क्रिकेट मुकाबले के खिलाडी लगते है। हर कोई अपने लिए खेल रहा है और टीम का बेडा गर्क किए जा रहा है। किसी भी टीम को एक बात सूत्र में जोडती है और यही टीम को जीत के लिए प्रेरित करती है। पंजाब के तकदीर की चाबी इसी सूत्र में छुपी है।

मुंबई के लिए यह जीत कई मायनों में अहम रही। अब तक मुंबई की बल्‍लेबाजी सचिन के आसपास ही केन्द्रित रही है। इस मुकाबले में सचिन जल्‍दी आउट हो गए लेकिन टीम किसी तरह के दबाव में नहीं आई। अनुभवी खिलाडियों और युवा जोश के बेहतर तालमेल ने इस टीम को सेमीफायनल की दहलीज पर सबसे पहले ला खडा किया है। मलिंगा की मैच विनिंग गेंदबाजी भी मुंबई खेमे का सबसे मारक हथियार साबित हो रही है। ऐसे में फिलहाल मुंबई के पास जीतने का पूरा सामान मौजूद आ रहा है। यह हो सकता है कि चुंकि मुंबई अभी लगातार जीत रही है तो उसकी कमजोरी नजर नहीं आ रही हो। फिलहाल तो यहीं कहां जा सकता है कि आईपीएल का यह सीजन मुंबई के नाम हो सकता है।

Comments