चेन्‍नई में रनों की सुनामी


40 ओवर 469 रन, 30 छक्के, 39 चौके। टी20 क्रिकेट मुकाबला देखने पहुंचे दर्शकों को इससे बेहतरीन खेल की दावत मिल ही नहीं सकती थी। मुकाबले की हर चौथी गेंद सीमा रेखा के पार गई। चेन्‍नई के चेपॉक पर बल्‍ला बडे ही बेरहमी से गेंद पर हावी रहा। रनों की बारिश के बीच माना जाए तो जीत उसी टीम की होनी थी जिसने बेहतर बल्‍लेबाजी की। हुआ भी वही मुरली विजय और मार्केल की बल्‍लेबाजी राजस्‍थान रॉयल्‍स पर भारी पडी। इसके बावजूद चेन्‍नई के पक्ष में नतीजा बल्‍लेबाजी की वजह से नहीं आया बल्कि एक ऐसे गेंदबाज ने जीत दिलाई जो आईपीएल में अपना पहला मुकाबला खेल रहा था।

आकंडों पर नजर डाले तो दोनों ही टीमों के सात गेंदबाजों ने चार ओवरों का अपना‍ निर्धारित कोटा पूरा किया। इनमें से छह गेंदबाजों ने चालीस से ज्‍यादा रन लुटाए, केवल डक बालिंगर अपवाद रहें। उन्‍होंने 24 गेंदों में 15 रन दिए और दो महत्‍वपूर्ण विकेट भी हासिल किए। उनके चार ओवरों ने ही राजस्‍थान को एक ऐतिहासिक जीत से दूर कर दिया। बोलिंगर की यह सफलता बल्‍लेबजों के खडे किए रनों के पहाड के आगे दब सी गई। असल में चेन्‍नई के जीत के हीरो वही रहे। बाकी छह गेंदबाजों ने औसतन जितने रन अपने चार ओवरों में दिए उतने भी रन बालिंगर की गेंदों पर बन जाते तो राजस्‍थान की टीम रॉयल तरीके से यह मुकाबला जीत गई होती।

आईपीएल के तीसरे शतकवीर होने का गौरव मिला मुरली विजय को। बेहद कलात्‍मक क्रिकेट खेलने वाले मुरली विजय के भीतर छुपा हुआ विस्‍फोटक बल्‍लेबाज आईपीएल में सामने आया है। उनके शतक ने वार्नर और पठान के शतक की चमक को फीका कर दिया। खास बात यह रही कि पूरी पारी शुद्ध क्रिकेटिंग शॉट्स को खेलकर बुनी गई थी। यह पारी कुछ ऐसी थी जैसे कोई महिला बडे ही करीने से स्‍वेटर को बुनती है। स्‍वेटर की तारीफ होती है लेकिन वह यह महिला ही जानती है कि इसके पीछे कितना संयम और मेहनत छुपी होती है। जरा सी गलती भी पूरा डिजाइन बिगाड सकती है। मुरली विजय ने भी कुछ इसी अंदाज में अपनी पारी को बुना। मॉडर्न क्रिकेट की यह पारी कलात्‍मता ओढे हुए थी।

मुरली विजय के इस शतक को काउंटर किया इंदौर के नमन ओझा ने। नमन का खेल दिनों दिन निखरता जा रहा है। पहले दौर में वह अच्‍छी शुरूआत को एक बदले स्‍कोर में बदलने में नाकाम रहे थे। अब वह इसे पीछे छोड बडे स्‍कोर खडा कर रहे है। लगातार दूसरे सीजन वह अपनी छाप छोडने में कामयाब रहे है। उनका फुटवर्क बेहतर है और लंबे लंबे शॉट्स खेलने में उन्‍हें महारात हासिल है। इन सबसे बढकर वह दिलेर है और तेज गेंदबाजों को भी डाउन द विकेट आकर हिट करने से नहीं डरते है। टी20 वर्ल्‍ड कप के लिए वह भारतीय टीम के 30 संभावित खिलाडियों की सूची में शामिल थे। आईपीएल में अपने प्रदर्शन से जो भारतीय टीम के दरवाजे पर दस्‍त दे रहे है उनमें नमन का दावा सबसे मजबूत हो सकता है यदि वह अपनी विकेट कीपिंग की कमियों को दूर कर लें।

20 शताब्‍दी में पचास पचास ओवरों के खेल में भी 250 रनों का स्‍कोर सुरक्षित माना जा‍ता था। 21 शताब्‍दी में 20 ओवरों में ही इतने रन बना लिए जाते है। कोई भी लक्ष्‍य अब जीत की गांरटी नहीं दे सकता है। आस्‍ट्रेलिया वन डे में 434 रन बनाकर भी मुकाबला हार गया। क्रिकेट बदल गया है और अब सही मायनों में यह अनिश्चिता का खेल हो गया है।

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