दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वन डे सीरिज में जिस आर अश्विन का चयन देशवासियों के लिए चौंकाने वाला था, उसे आज क्रिकेट की दुनिया ने आईपीएल के मंच पर प्रदर्शन करते हुए देख ही लिया। अश्विन ने अपनी गेंदबाजी से बता दिया कि क्यों वे भारतीय टीम में शामिल होने की काबिलियत रखते है। लेकिन, सुपर किंग्स के सुपर कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इस खिलाडी की काबिलियत का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाए। अश्विन और बाकी गेंदबाजों का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करना ही डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ सुपर किंग्स को करारी शिकस्त की वजह बना।
चेन्नई का विकेट स्लो गेंदबाज को पूरी मदद कर रहा था। ऐसे में अश्विन ने गिलक्रिस्ट का विकेट लेकर चेन्नई की मुकाबले में वापसी कराई थी, लेकिन यहीं धोनी गच्चा खा गए। सायमंडस और गिब्स जब एक एक रन के लिए तरस रहे थे, उन्होंने मीडियम पेसर को गेंद सौंप दी। इसके बाद तो धोनी बस बदलाव ही करते रहे, लेकिन हर गेंदबाज इन दो विदेशी खिलाडियों के हाथों पीट रहा था। सुदीप त्यागी को धोनी ने केवल एक ओवर कराया था और अचानक अंतिम ओवर उन्हें सौंप देना भी महंगा सौदा साबित हुआ।
आश्चर्य की बात ये रही कि जिस सुरेश रैना पर धोनी अन्तर्राष्ट्रीय मुकाबलों में महत्वपूर्ण मौकों पर गेंद सौंपने का जोखिम लेने से बाज नहीं आते, वहीं ऐसे विकेट पर जो धीमे गेंदबाज को मदद कर रहा है उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। गिब्स और सायमंडस यदि रनआउट नहीं होते तो डेक्कन का स्कोर 200 के पार होता।
बडे स्कोर का पीछा करने के लिए किसी भी टीम को सधी हुई शुरूआत चाहिए, लेकिन चामिंडा वास ने ऐसा होने नहीं दिया। अपने पहले स्पेल में तीन विकेट लेकर उन्होंने चेन्नई को बैकफुट पर ला दिया। चेन्नई की जीत में हेडन की धमाकेदार शुरूआत का काफी अहम रोल रहा है, ऐसे में हेडन के जल्दी आउट के होने के बाद टीम का मध्यक्रम पूरी तरह से एक्सपोज हो गया। मार्केल और धोनी के बीच यदि साझेदारी नहीं होती तो हार का अंतर और बडा हो सकता था। हालांकि दोनों के सामने लक्ष्य कठिन था और धीमे होते विकेट और तेज होते रन रेट के आगे आखिरकार उनके प्रयास नाकाफी ही साबित हुए।
यदि बात करें रोहित शर्मा की तो नाइटराइडर्स के खिलाफ जिस तरीके से वह आउट हुए थे उस निराशा को उन्होंने आज दूर कर दिया। अंतिम ओवरों में उनके लांग हिट की वजह से डेक्कन 200 के करीब पहुंच पाया। वहीं गेंदबाजी में भी गिलक्रिस्ट ने उन पर जो भरोसा जताया वो उस पर खरे साबित हुए। रोहित के प्रदर्शन पर ही डेक्कन की सफलता का काफी दारोमदार रहेगा।
पहला मुकाबला हार चुकी डेक्कन के लिए ये मुकाबले में जीत बेहद जरूरी थी। वहीं चेन्नई सुपर किंग्स भी स्पर्धा का आगाज जीत से करना चाह रहा था, लेकिन अपने घरेलू मैदान पर उनका प्रदर्शन फीका रहा। ऐसे में अब अगले मुकाबले में धोनी के सामने शाहरूख के टीम को पार पाने की चुनौती होगी, जो दो मुकाबले जीतकर टूर्नामेंट की हॉट फेवरेट मानी जा रही है।
चेन्नई का विकेट स्लो गेंदबाज को पूरी मदद कर रहा था। ऐसे में अश्विन ने गिलक्रिस्ट का विकेट लेकर चेन्नई की मुकाबले में वापसी कराई थी, लेकिन यहीं धोनी गच्चा खा गए। सायमंडस और गिब्स जब एक एक रन के लिए तरस रहे थे, उन्होंने मीडियम पेसर को गेंद सौंप दी। इसके बाद तो धोनी बस बदलाव ही करते रहे, लेकिन हर गेंदबाज इन दो विदेशी खिलाडियों के हाथों पीट रहा था। सुदीप त्यागी को धोनी ने केवल एक ओवर कराया था और अचानक अंतिम ओवर उन्हें सौंप देना भी महंगा सौदा साबित हुआ।
आश्चर्य की बात ये रही कि जिस सुरेश रैना पर धोनी अन्तर्राष्ट्रीय मुकाबलों में महत्वपूर्ण मौकों पर गेंद सौंपने का जोखिम लेने से बाज नहीं आते, वहीं ऐसे विकेट पर जो धीमे गेंदबाज को मदद कर रहा है उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। गिब्स और सायमंडस यदि रनआउट नहीं होते तो डेक्कन का स्कोर 200 के पार होता।
बडे स्कोर का पीछा करने के लिए किसी भी टीम को सधी हुई शुरूआत चाहिए, लेकिन चामिंडा वास ने ऐसा होने नहीं दिया। अपने पहले स्पेल में तीन विकेट लेकर उन्होंने चेन्नई को बैकफुट पर ला दिया। चेन्नई की जीत में हेडन की धमाकेदार शुरूआत का काफी अहम रोल रहा है, ऐसे में हेडन के जल्दी आउट के होने के बाद टीम का मध्यक्रम पूरी तरह से एक्सपोज हो गया। मार्केल और धोनी के बीच यदि साझेदारी नहीं होती तो हार का अंतर और बडा हो सकता था। हालांकि दोनों के सामने लक्ष्य कठिन था और धीमे होते विकेट और तेज होते रन रेट के आगे आखिरकार उनके प्रयास नाकाफी ही साबित हुए।
यदि बात करें रोहित शर्मा की तो नाइटराइडर्स के खिलाफ जिस तरीके से वह आउट हुए थे उस निराशा को उन्होंने आज दूर कर दिया। अंतिम ओवरों में उनके लांग हिट की वजह से डेक्कन 200 के करीब पहुंच पाया। वहीं गेंदबाजी में भी गिलक्रिस्ट ने उन पर जो भरोसा जताया वो उस पर खरे साबित हुए। रोहित के प्रदर्शन पर ही डेक्कन की सफलता का काफी दारोमदार रहेगा।
पहला मुकाबला हार चुकी डेक्कन के लिए ये मुकाबले में जीत बेहद जरूरी थी। वहीं चेन्नई सुपर किंग्स भी स्पर्धा का आगाज जीत से करना चाह रहा था, लेकिन अपने घरेलू मैदान पर उनका प्रदर्शन फीका रहा। ऐसे में अब अगले मुकाबले में धोनी के सामने शाहरूख के टीम को पार पाने की चुनौती होगी, जो दो मुकाबले जीतकर टूर्नामेंट की हॉट फेवरेट मानी जा रही है।
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