पुणे इथे काय होणे

पुणे इथे काय होणे। पुणे के बारे में कहीं जाने वाली इस मराठी लोकोक्ति के मायने कुछ इस तरह है कि पुणे में कुछ नहीं होता है। अब ये ही शहर उपमहादीप के सबसे लोकप्रिय खेल को लेकर चर्चाओं में है। क्रिकेट की दुनिया में पुणे ने ये सुर्खियां आईपीएल से जुडने की वजह से बटोरी है। पुणे और कोच्चि के साथ आईपीएल के टीमों की संख्‍या दस पहुंच गई है। पुणे के सुर्खियों में आने की केवल यही वजह नहीं है। एक और वजह है और वह भी क्रिकेट और आईपीएल से ही जुडी है। पुणे का नाम रोशन करने का काम किया है केदार जाधव ने। बेंगलुरू रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ उनकी अर्धशतकीय पारी से न केवल डेल्‍ही डेयरडेविल्‍स को जीत हासिल हुई, बल्कि तीन मैंचो से लगातार जारी हार का सिलसिला भी खत्‍म हुआ है। खास बात ये थी कि केदार का ये आईपीएल में पदार्पण मैच ही था।

केदार जाधव पिछले सीजन में घरेलू क्रिकेट में धूम मचा चुके है, लेकिन घरेलू क्रिकेर अब भी पहचान के मोहताज है। ऐसे में केदार की इस पारी ने उन्‍हें अचानक गुमनामी से सुर्खियों में ला दिया है। इंटरनेट पर जिन क्रिकेटरों के बारे में इस सप्‍ताह सबसे ज्‍यादा सर्च किया गया उनमें केदार का नाम भी शामिल है। ऐसे में उन्‍हें अचानक से स्‍टारडम हासिल हो गया है। केदार की काबिलियत से दुनिया भले ही अंजान हो लेकिन जिस टीम के खिलाफ उन्‍होंने ये कारनामा कर दिखाया है वह उनकी रग रग से वाकिफ है। केदार रॉयल चैलेंजर्स की डेव्‍हलपिंग टीम काहिस्‍सा रह चुके है, लेकिन उन्‍हें कभी टीम में आने का मौका नहीं मिला। ऐसे में केदार की इस पारी ने एक तीर से दो शिकार किए। उनकी टीम आईपीएल में एक बार फिर सेमीफायनल की दौड में शामिल हो गई तो उन्‍होंने उस टीम को करारा जवाब दिया जिसने उन्‍हें नजरअंदाज कर दिया था। खास बात ये भी है कि केदार ने ये कारनाम अपने जन्‍मदिन की पूर्व संध्‍या पर कर दिखाया है।

वार्नर ने डेल्‍ही को एक बार फिर जोरदार शुरूआत दी। वार्नर ने आउट होने के पहले सहवाग के साथ तीन ओवर और दो गेंदों पर 44 रन जोड दिए। इसके कुछ ही ओवरों बाद सहवाग भी चलते बनें। ऐसे में डिविलियर्स ने कप्‍तान कार्तिक के साथ मिलकर ठोस साझेदारी कर स्‍कोर को मजबूती दी। इसके बाद सारा मजमा केदार जाधव लूट कर ले गए। केदार ने देखते ही देखते मैदान के चारों और चौंकों और छक्‍को की झडी लगा दी। पहले तीन ओवर की तरह केदार की बदौलत डेल्‍ही ने अंतिम तीन ओवरों में भी 44 रन जोड दिए। केदार को घरेलू क्रिकेट में अब तक उनके प्रदर्शन को देखते हुए कहां जाता है कि वह टी20 के लिए ही बने है। आईपीएल के पर्दापण मैच में उन्‍होंने इस बात को साबित भी कर दिया है।

बेंगलुरू की जीत की उम्‍मीदें आईपीएल की सबसे कामयाब सलामी जोडी जैक कैलिस और मनीष पांडे पर टिकी थी। कैलिस और पांडे ने पांच मुकाबले में चौथी बार अर्धशतकीय साझेदारी कर बेंगलुरू को ठोस शुरूआत दी। हालांकि रनों की गति में उतनी तेजी नहीं थी जितनी पहले की पारियों में देखी गई है। ऐसे में मुकाबला रोमांचक अंत की और बढ रहा था। बेंगलुरू की पारी को दसवें ओवर में पहला झटका लगा जब अमित मिश्रा ने कैलिस को अपना शिकार बनाया। इसके बाद अगले दो ओवरों में बेंगलुरू मुकाबले से ही बाहर हो गया। कैलिस के पीछे पीछे द्रविड, पांडे और उत्‍थपा भी पैवेलियन लौट गए। अमित मिश्रा ने उत्‍थपा का महत्‍वपूर्ण विकेट भी हासिल किया।  इसके बाद बेंगलुरू की पारी रस्‍म अदायगी बनकर रह गई। विराट कोहली ने 23 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेली लेकिन दूसरी और एक के बाद एक बल्‍लेबाज उनका साथ छोडकर जा रहे थे। अंत में बेंगलुरू ने 17 रनों से मुकाबला गंवा दिया।

कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ शुरूआती मुकाबले में हारने के बाद बेंगलुरू ने लगातार चार मुकाबले जीते थे। मुंबई इंडियंस पर धमाकेदार जीत के बाद तो ये टीम अपराजेय नजर आ रही थी। मनीष पांडे और जैक कैलिस की जोडी के आगे हर चुनौती ध्‍वस्‍त हो रही थी। उत्‍थपा का जोरदार फार्म इस टीम को बाकी टीमों पर एक बढत दिलाए हुए था। टीम के मध्‍यक्रम पर अभी तक इस वजह से कोई खास दबाव नहीं आया था। डेल्‍ही के खिलाफ फार्म में चल रहे तीनों बल्‍लेबाजों के एक के बाद एक आउट होने की वजह से मध्‍यक्रम की कमजोरी खुलकर सामने आ गई। हालांकि बेंगलुरू की हार से सेमीफायनल की दौड रोमांचक होती दिख रही है। आईपीएल सीजन3 में पहले दौर के मुकाबले लगभग पूरे होने के हो। इसके बावजूद कोई भी टीम अभी पूरी तरह से ये दावा करने की स्थिति में नहीं है कि सेमीफायनल में उसकी बर्थ पक्‍की है।

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