भारत विश्व कप हॉकी के अंतिम चार में पहुंचने में नाकाम रहा है। टीम आज सातवे और आठवे स्थान के लिए अर्जटीना से भिडेगी। शायद इसके साथ ही हॉकी को फिर से दिल देने वाले देश का हॉकी प्रेम भी खत्म हो जाएगा। भारत का ये मुकाबला खत्म होते होते देश एक बार फिर उसी खेल के लिए धडकने लगेगा, जिसमें वर्ल्ड कप फतह किए हमें 27 साल बीत चुके है। आईपीएल का तीसरा संस्करण आज से शुरू होने जा रहा है और अगले 45 दिनों तक देश में केवल अब एक ही खेल की चर्चा होगी। एक साल के अंतराल के बाद आईपीएल एक बार फिर भारत लौटा आया है।
खैर,क्रिकेट की दुनिया की सबसे चर्चित और बेशुमार दौलत वाली लीग का आगाज आज शाम को हो जाएगा। पहले मुकाबले में सबसे लोकप्रिय टीमों में शुमार लेकिन पहले दोनों संस्करणों में फिसड्डी साबित हुई कोलकाता नाइटराइडर्स के सामने गत विजेता डेक्क्न चार्जर्स की चुनौती होगी। सौरव गांगुली की अगुआई वाली इस टीम को शुरूआती मुकाबलों में ब्रैंडन मॅक्कुलम और क्रिस गेल जैसे सितारा खिलाडियों की सेवाएं नहीं मिलेगी। ऐसे में उनके लिए विरोधियों से पार पाने के लिए अपने सबसे विध्वंसक हथियारों के बगैर ही मैदान में उतरना पडेगा।
विवादों से घिरे गांगुली को इस बार फ्री हैंड मिला हुआ है, ऐसे में शाहरूख खान के साथ साथ दादा की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। सवाल ये ही उठ खडा हुआ है कि क्या गांगुली इस भरोसे को कायम रख पाएंगे। उन्हें नये खिलाडियों और अनुभव के मेलजोल का वही फार्मूला फिर से सही तरीके से इस्तेमाल करना होगा जिसकी बदौलत वह भारत को शीर्ष स्थान पर ले गए थे। डेक्कन के सामने मुकाबले में ब्रेड हॉज और ओवेश शाह के अलावा ऐसा कोई बडा विदेशी बल्लेबाज नहीं है जिस पर गांगुली भरोसा कर सकें। ऐसे में बंगाल टाइगर के बल्ले को भी दहाडना ही होगा, यदि वे शुरूआत से ही चार्ज होना चाहते है। गेंदबाजी में ईशांत शर्मा के फार्म में वापसी टीम के लिए राहत की बात हो सकती है। चार्ल्स लेंगवेल्ट, एजेंलो मैथ्यूज और अजीत आगरकर की मौजूदगी से टीम का गेंदबाजी पक्ष काफी मजबूत नजर आ रहा है। वहीं बाद में शेन बांड के शामिल होने और वसीम अकरम जैसे बॉलिंग कोच से राइडर्स का पेस अटैक फिलहाल मारक नजर आ रहा है। बल्लेबाजों ने अपना कमाल दिखा दिया तो ये टीम आईपीएल में लंबा सफर तय कर सकती है।
वहीं, डेक्कन चार्जर्स जब आज मुंबई के डीवाय पाटिल स्टेडियम पर उतरेगी तो साथ में उम्मीदों का काफी बोझ भी टीम के कंधों पर होगा। गत विजेता चार्जर्स पर ये दबाव होगा अपने ताज को बचाने का। ऐसे में एडम गिलक्रिस्ट के नेतृत्व वाली इस टीम को हर समय इस अतिरिक्त दबाव से दो चार होना पडेगा। बल्लेबाजी के लिहाज से चार्जर्स बेहद मजबूत है। कप्तान के अलावा एंड्रयू सायमंडस, रोहित शर्मा, हर्शल गिब्स के साथ पिछले आईपीएल की खोज टी सुमन और वेणुगोपाल राव जैसे अनुभवी बल्लेबाज के चलते टीम की बल्लेबाजी में काफी गहराई है। खासतौर पर उपरी क्रम का कोई भी एक बल्लेबाज भी चमका तो वह विरोधी टीम का काम तमाम करने का दमखम रखता है। ऐसे में बल्लेबाजी को लेकर गिलक्रिस्ट जितने बेफ्रिक नजर आ रहे है, गेंदबाजी उनके लिए उतनी ही बडी चिंता की वजह है। टीम को स्ट्राइक गेंदबाज वेस्टइंडीज के केमोर रोश की सेवाएं पहले दो मुकाबलों में नहीं मिल पाएगी। आईपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने वालों में शामिल आर पी सिंह भारतीय सरजमी पर अब तक ज्यादा मारक साबित होते नहीं दिखे है। वहीं चामिंडा वास के लंबे समय से क्रिकेट से बाहर रहने की वजह से उन्हें जंग लग सकता है। प्रज्ञान ओझा ही जो डेक्कन की साख को बचाने का काम कर सकते है। डेक्कन के बल्लेबाजों का असफल होना उसके लिए आत्मघाती साबित हो सकता है। हालांकि भोपाल के मोहनीश मिश्रा इस टीम के लिए छुपे रूस्तम साबित हो सकते है। कुछ इसी तरह जिस तरह पिछले साल राजस्थान रॉयल्स के लिए इंदौर के नमन ओझा ने कमाल दिखाया था।
नाइटराइडर्स
आईपीएल3 के शुरूआती मुकाबले में गांगुली की टीम का पलडा भारी नजर आ रहा है। ये टीम इस मुकाबले को जीतने की क्षमता रखती है। नाइट राइडर्स पिछले साल भले ही अंतिम स्थान पर रहे हो, लेकिन उसके लिए विरोधियों की बजाए उनकी अपनी खामियां ज्यादा जिम्मेदार थी। ऐसे में गांगुली यदि टीम का मोराल बढाने में कामयाब रहे तो ये टीम इस बार पहले चार में नजर आ सकती है।
हॉकी
भारतीय हॉकी टीम के लिए ढेरों शुभकामनाएं। ये टीम केवल मुकाबला हारी है, लेकिन अपने खेल से इस टीम ने दिखा दिया है कि वह बहुत आगे तक जा सकती है। यदि छोटी छोटी गलतियां ये टीम नहीं करती तो सेमीफायनल बर्थ पक्की थी। कम ऑन इंडिया, यू केन डू इट, कॉमनवेल्थ में गोल्ड पक्का है, लगे रहों। करोडों की भले ही ना हो लाखों लोगों की दुआएं अब भी आपके साथ में है। हम नहीं भूल सकते है जब ध्यानचंद स्टेडियम पर जग गण मन बजता है तो किस तरह आप सुर से सुर मिला रहे थे। आपके इस कमिटमेंट को सलाम।
खैर,क्रिकेट की दुनिया की सबसे चर्चित और बेशुमार दौलत वाली लीग का आगाज आज शाम को हो जाएगा। पहले मुकाबले में सबसे लोकप्रिय टीमों में शुमार लेकिन पहले दोनों संस्करणों में फिसड्डी साबित हुई कोलकाता नाइटराइडर्स के सामने गत विजेता डेक्क्न चार्जर्स की चुनौती होगी। सौरव गांगुली की अगुआई वाली इस टीम को शुरूआती मुकाबलों में ब्रैंडन मॅक्कुलम और क्रिस गेल जैसे सितारा खिलाडियों की सेवाएं नहीं मिलेगी। ऐसे में उनके लिए विरोधियों से पार पाने के लिए अपने सबसे विध्वंसक हथियारों के बगैर ही मैदान में उतरना पडेगा।
विवादों से घिरे गांगुली को इस बार फ्री हैंड मिला हुआ है, ऐसे में शाहरूख खान के साथ साथ दादा की व्यक्तिगत प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। सवाल ये ही उठ खडा हुआ है कि क्या गांगुली इस भरोसे को कायम रख पाएंगे। उन्हें नये खिलाडियों और अनुभव के मेलजोल का वही फार्मूला फिर से सही तरीके से इस्तेमाल करना होगा जिसकी बदौलत वह भारत को शीर्ष स्थान पर ले गए थे। डेक्कन के सामने मुकाबले में ब्रेड हॉज और ओवेश शाह के अलावा ऐसा कोई बडा विदेशी बल्लेबाज नहीं है जिस पर गांगुली भरोसा कर सकें। ऐसे में बंगाल टाइगर के बल्ले को भी दहाडना ही होगा, यदि वे शुरूआत से ही चार्ज होना चाहते है। गेंदबाजी में ईशांत शर्मा के फार्म में वापसी टीम के लिए राहत की बात हो सकती है। चार्ल्स लेंगवेल्ट, एजेंलो मैथ्यूज और अजीत आगरकर की मौजूदगी से टीम का गेंदबाजी पक्ष काफी मजबूत नजर आ रहा है। वहीं बाद में शेन बांड के शामिल होने और वसीम अकरम जैसे बॉलिंग कोच से राइडर्स का पेस अटैक फिलहाल मारक नजर आ रहा है। बल्लेबाजों ने अपना कमाल दिखा दिया तो ये टीम आईपीएल में लंबा सफर तय कर सकती है।
वहीं, डेक्कन चार्जर्स जब आज मुंबई के डीवाय पाटिल स्टेडियम पर उतरेगी तो साथ में उम्मीदों का काफी बोझ भी टीम के कंधों पर होगा। गत विजेता चार्जर्स पर ये दबाव होगा अपने ताज को बचाने का। ऐसे में एडम गिलक्रिस्ट के नेतृत्व वाली इस टीम को हर समय इस अतिरिक्त दबाव से दो चार होना पडेगा। बल्लेबाजी के लिहाज से चार्जर्स बेहद मजबूत है। कप्तान के अलावा एंड्रयू सायमंडस, रोहित शर्मा, हर्शल गिब्स के साथ पिछले आईपीएल की खोज टी सुमन और वेणुगोपाल राव जैसे अनुभवी बल्लेबाज के चलते टीम की बल्लेबाजी में काफी गहराई है। खासतौर पर उपरी क्रम का कोई भी एक बल्लेबाज भी चमका तो वह विरोधी टीम का काम तमाम करने का दमखम रखता है। ऐसे में बल्लेबाजी को लेकर गिलक्रिस्ट जितने बेफ्रिक नजर आ रहे है, गेंदबाजी उनके लिए उतनी ही बडी चिंता की वजह है। टीम को स्ट्राइक गेंदबाज वेस्टइंडीज के केमोर रोश की सेवाएं पहले दो मुकाबलों में नहीं मिल पाएगी। आईपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने वालों में शामिल आर पी सिंह भारतीय सरजमी पर अब तक ज्यादा मारक साबित होते नहीं दिखे है। वहीं चामिंडा वास के लंबे समय से क्रिकेट से बाहर रहने की वजह से उन्हें जंग लग सकता है। प्रज्ञान ओझा ही जो डेक्कन की साख को बचाने का काम कर सकते है। डेक्कन के बल्लेबाजों का असफल होना उसके लिए आत्मघाती साबित हो सकता है। हालांकि भोपाल के मोहनीश मिश्रा इस टीम के लिए छुपे रूस्तम साबित हो सकते है। कुछ इसी तरह जिस तरह पिछले साल राजस्थान रॉयल्स के लिए इंदौर के नमन ओझा ने कमाल दिखाया था।
नाइटराइडर्स
आईपीएल3 के शुरूआती मुकाबले में गांगुली की टीम का पलडा भारी नजर आ रहा है। ये टीम इस मुकाबले को जीतने की क्षमता रखती है। नाइट राइडर्स पिछले साल भले ही अंतिम स्थान पर रहे हो, लेकिन उसके लिए विरोधियों की बजाए उनकी अपनी खामियां ज्यादा जिम्मेदार थी। ऐसे में गांगुली यदि टीम का मोराल बढाने में कामयाब रहे तो ये टीम इस बार पहले चार में नजर आ सकती है।
हॉकी
भारतीय हॉकी टीम के लिए ढेरों शुभकामनाएं। ये टीम केवल मुकाबला हारी है, लेकिन अपने खेल से इस टीम ने दिखा दिया है कि वह बहुत आगे तक जा सकती है। यदि छोटी छोटी गलतियां ये टीम नहीं करती तो सेमीफायनल बर्थ पक्की थी। कम ऑन इंडिया, यू केन डू इट, कॉमनवेल्थ में गोल्ड पक्का है, लगे रहों। करोडों की भले ही ना हो लाखों लोगों की दुआएं अब भी आपके साथ में है। हम नहीं भूल सकते है जब ध्यानचंद स्टेडियम पर जग गण मन बजता है तो किस तरह आप सुर से सुर मिला रहे थे। आपके इस कमिटमेंट को सलाम।
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